चार धाम जाने वाले यात्रियों को पंजीकरण में दर्शन के लिए दी रही जून की तारीख -व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस बहा रही है पसीना

ऋषिकेश, 16 मई ( कोरोना काल के दो वर्ष बाद उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

चार धाम जाने वाले यात्रियों को पंजीकरण में दर्शन के लिए दी रही जून की तारीख -व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस बहा रही है पसीना

ऋषिकेश, 16 मई (। कोरोना काल के दो वर्ष बाद उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों
की संख्या लगातार बढ़ रही है। यात्रियों की इस भीड़ की सुरक्षा के मद्देनजर राज्य सरकार की ओर से जारी


गाइडलाइन के चलते जून में इन यात्रियों को धामों के दर्शन के लिए जून की तारीख दी जा रही है। पर्यटन विभाग
ने चार धाम में 15 मई तक 5 लाख से अधिक यात्रियों के फंसे होने की जानकारी दी है।


एथिक्स कंपनी के पंजीकरण प्रभारी प्रेम अनंत ने बताया कि 19 मई तक चार धामों का स्लाट फुल हैं। केदारनाथ
29 मई तक यमुनोत्री 31 मई तक फुल है। चार धाम यात्रा बस स्टैंड, ऋषिकेश में विभिन्न धामों के दर्शन के लिए


श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पंजीकरण कराने पहुंच रही है। राज्य सरकार की ओर से स्लाट खाली होने पर ही
पंजीकरण करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके तहत ही पंजीकरण किए जा रहे हैं।


सोमवार की सुबह सिर्फ बदरीनाथ धाम का स्लाट उपलब्ध था। शेष तीन धाम के स्लाट फुल हो चुके हैं। चार धाम
यात्रा के लिए सुबह से ही बड़ी संख्या में राजस्थान,आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि राज्यों से श्रद्धालु ऋषिकेश


पंजीकरण केंद्र पहुंचे। यहां आकर श्रद्धालुओं को जानकारी दी गई कि चार धाम में जिस धाम के लिए भी बुकिंग

पूर्ण हो रखी है, उस धाम के लिए पंजीकरण नहीं किया जाएगा। यात्री पंजीकरण करने के लिए दबाव बनाते नजर
आए।


पंजीकरण खिड़कियों पर भारी भीड़ आने से व्यवस्था प्रभावित होने लगी। इसके लिए पुलिस चौकी और कोतवाली से
अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात करने पड़े। हालात यह हैं कि अन्य प्रांतों से ट्रेवल एजेंटों के जरिए यहां आने वाले


यात्रियों के दलों को स्थानीय ट्रेवल एजेंटों के हवाले कर दिया गया है।

स्थानीय ट्रेवल एजेंट चार धाम के लिए एक
साथ किराया जमा करा रहे हैं।

कई श्रद्धालुओं की परेशानी यह है कि जब हमें एक धाम का टिकट मिल रहा है तो
तीन धाम के पैसे एडवांस क्यों लिए जा रहे हैं। इस मामले की शिकायत पुलिस से भी की गई है।