चारधाम यात्रा से पहले जोशीमठ-बद्रीनाथ हाईवे पर फिर दिखीं दरारें

देहरादून, 20 फरवरी (। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा से पहले जोशीमठ-बद्रीनाथ हाईवे पर 10 से ज्यादा जगह बड़ी दरारें देखने को मिली हैं।

चारधाम यात्रा से पहले जोशीमठ-बद्रीनाथ हाईवे पर फिर दिखीं दरारें

देहरादून, 20 फरवरी  उत्तराखंड में चारधाम यात्रा से पहले जोशीमठ-बद्रीनाथ हाईवे पर 10
से ज्यादा जगह बड़ी दरारें देखने को मिली हैं। यह हाईवे गढ़वाल में मौजूद सबसे बड़े तीर्थस्थलों में


से एक बद्रीनाथ को जोड़ता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक दरारें जोशीमठ से मारवाड़ी के बीच 10
किलोमीटर तक फैली हुई हैं।

चमोली के डीएम ने बताया कि एक जांच की एक टीम को मौके पर
भेजा गया है।

उत्तराखंड सरकार ने शनिवार को चार धाम यात्रा की घोषणा की है। केदारनाथ मंदिर के
कपाट 25 अप्रैल और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाएंगे। ऐसे में हाईवे की दरारें


यात्रियों के लिए बड़ा खतरा बन सकती हैं। आशंका यह भी जताई जा रही है कि इस इलाके में दरारों
की संख्या और बढ़ सकती है।


यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु बद्रीनाथ जाएंगे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति (जेबीएसएस) के एक अधिकारी संजय


उनियाल के मुताबिक यह खतरा काफी बड़ा है। चूंकि चार धाम यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में भक्त

और श्रद्धालु बद्रीनाथ जाएंगे। उनके बद्रीनाथ पहुंचने के लिए यही एकमात्र रास्ता है। ऐसे में भू
धंसाव और दरारों की वजह से उनकी जान पर बन सकती है।


वहीं, जेबीएसएस के कॉर्डिनेटर अतुल सेती ने सरकार को आगाह किया है कि थोड़ी भी लापरवाही चार
धाम यात्रा के श्रद्धालुओं की जान पर भारी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान बड़ी


संख्या में गाड़ियों का आना जाना होगा। ऐसे में यह खतरा और बढ़ सकता है। जेबीएसएस उत्तराखंड
में नागरिकों का एक ग्रुप है,

जो जोशीमठ में आई दरारों और जमीन धंसने की समस्या को उजागर
कर रहा है।


इन जगहों पर आई दरारें
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय उनियाल ने बताया कि रेलवे गेस्ट हाउस के पास स्थित स्टेट


बैंक की शाखा के सामने सड़क पर दरारें काफी बड़ी हैं। वहीं आगे जेपी कालोनी और मरवारी ब्रिज के
पास भी इस तरह की दरारें देखी गई हैं। इसी प्रकार रविग्राम म्युनिसिपल वार्ड में जीरो बेंड के पास


हाईवे धंस गया है। यहां रहने वाले प्रणव शर्मा ने बताया कि राजमार्ग पर वो दरारें जिसे बॉर्डर रोड
ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) ने भर दिया था

, वो फिर से उभरने लगी हैं।
जोशीमठ में अब तक 868 इमारतों में दरारें


उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने से अब तक 868 इमारतों में दरारें आईं हैं। पिछले शुक्रवार को
चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इनमें से 181 इमारतें


असुरक्षित इलाकों में हैं। होटल माउंट व्यू और मलारी इन को तोड़ने का काम आखिरी चरण में है।
उन्होंने कहा कि 243 आपदा प्रभावित परिवारों के 878 सदस्य राहत शिविरों में हैं। उन्हें खाने, पीने


और दवाओं की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। इन परिवारों को 515.80 लाख की राहत राशि दी
जा चुकी है। उन पैसों से राहत, पुनर्वास और बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए दी गई है।