बिहार : बुद्ध पूर्णिमा पर ज्ञानस्थली बोध गया में निकाली गई शोभायात्रा

गया, 16 मई (। विश्वभर में ज्ञानस्थली के रूप में चर्चित बिहार के बोधगया में भगवान महात्मा बुद्ध की जयंती समारोह बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है।

बिहार : बुद्ध पूर्णिमा पर ज्ञानस्थली बोध गया में निकाली गई शोभायात्रा

गया, 16 मई ( विश्वभर में ज्ञानस्थली के रूप में चर्चित बिहार के बोधगया में भगवान महात्मा बुद्ध की
जयंती समारोह बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है।

देश-विदेश के बौद्ध धर्मावलंबी बड़ी संख्या में इस पावन
अवसर पर भाग लेने के लिए यहां पहुंचे है।

मान्यता है कि भगवान बुद्ध जीवन के गूढ़ रहस्य को यहीं समझा था
और ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।


बुद्ध जयंती के मौके पर बोधगया को दुल्हन की तरह सजाया और संवारा गया है। चारों ओर भगवान बुद्ध के
जीवन पर आधारित झांकियां और शोभा यात्रा निकाली जा रही है। बोधगया में आयोजित बुद्ध जयंती समारोह में


शरीक होने के लिए बिहार के राज्यपाल फागू चौहान मुख्य अतिथि के रूप में बोधगया पहुंच रहे हैं। बोधगया स्थित
विभिन्न देशों के बौद्ध मठों द्वारा भी कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।

बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर अहले सुबह
बोधगया स्थित 80 फीट ग्रेट बुद्धा से शोभा यात्रा निकाली गई

। इस शोभायात्रा में भारत, श्रीलंका, तिब्बत, भूटान,
नेपाल सहित विभिन्न देशों के बौद्ध धर्मावलंबियों शामिल हुए।


इस अवसर पर महाबोधि मंदिर प्रबंधन समिति के प्रमुख भंते चालिंदा ने बताया कि विश्व शांति की कामना को
लेकर महाबोधि मंदिर स्थित विशाल पीपल के वृक्ष के नीचे विश्व शांति की कामना को लेकर प्रार्थना की जाएगी।

उन्होंने भगवान बुद्ध के बताए संदेश को बताते हुए कहा कि मानव को पुण्य का संचय करते हुए पाप का समूल
नष्ट करना जीवन का उद्देश्य भगवान बुद्ध ने बताया है।

पुण्य कर्म करने से ना सिर्फ मनुष्य को शांति मिलती है
बल्कि जीवन में यश और शौर्य की प्राप्ति भी होती है।

भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चलकर विश्व में शांति,
समृद्धि कायम किया जा सकता है।


बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव एन दोरजे ने बताया कि 2 साल वैश्विक महामारी कोरोना के वजह से
बुद्ध जयंती का आयोजन नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि हम लोग सौभाग्यशाली हैं कि जिस जगह पर भगवान


बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था, उस जगह पर भगवान बुद्ध का जयंती मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में
शांति समृद्धि कायम हो

, इसके लिए हम सभी विभिन्न देशों से आए बौद्ध धर्मावलंबी कामना कर रहे हैं। उन्होंने
कहा कि आज आयोजित होने वाले बुद्ध जयंती समारोह विश्वशांति को समर्पित है।