उत्तर पश्चिम भारत में रविवार से घने कोहरे और शीत लहर के एक और दौर की संभावना

नई दिल्ली, 12 जनवरी ( उत्तर पश्चिम भारत में अगले सप्ताह से ठीक पहले घने कोहरे और शीतलहर का एक और दौर आने की संभावना है

उत्तर पश्चिम भारत में रविवार से घने कोहरे और शीत लहर के एक और दौर की संभावना

नई दिल्ली, 12 जनवरी (। उत्तर पश्चिम भारत में अगले सप्ताह से ठीक पहले घने कोहरे


और शीतलहर का एक और दौर आने की संभावना है और इस दौरान तापमान में तीन से पांच डिग्री
सेल्सियस की कमी आ सकती है।


भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ताजा बुलेटिन के मुताबिक रविवार तक इन क्षेत्रों के
लोगों को शीतलहर से थोड़ी राहत मिल सकती है। इस दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में छिटपुट से


हल्की बारिश या बर्फबारी और आस-पास के मैदानी इलाकों में छिटपुट बारिश हो सकती है।


आईएमडी के मुताबिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 15 और 16 जनवरी को, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 12 से 16
जनवरी और बिहार के कुछ हिस्सों में 14 जनवरी तक ठंड की स्थिति बरकरार रहेगी।


राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश
होने की संभावना है, जिससे कुछ दिनों के लिए शीतलहर से लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।


दिल्ली में बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज
किया गया। अधिकतम तापमान के 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।


आईएमडी ने कहा, ‘‘उत्तर-पश्चिम भारत में 15 जनवरी से घने से बहुत घना कोहरे और अलग-अलग
स्थानों में शीत लहर की स्थिति का एक नया दौर शुरू होने की संभावना है।’’


उसने कहा कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 14 से 17 तारीख के दौरान रात
और सुबह के समय कुछ हिस्सों में घने कोहरे की प्रबल संभावना है।

आईएमडी के अनुसार, दिल्ली और उसके पड़ोसी राज्यों में कुछ इलाकों में 15 जनवरी से एक बार
फिर शीतलहर चलने की संभावना है।

मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ के कारण तेज हवाएं चलने से पंजाब,
हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोहरे से लोगों को राहत मिलेगी, लेकिन


पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में घने से बहुत घने कोहरे की परत छाई रहेगी।


केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बृहस्पतिवार को सुबह नौ
बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 358 दर्ज किया गया।


मालूम हो कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से


200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401
से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।


आईएमडी के अनुसार, सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 97 प्रतिशत था।
राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित अनेक इलाकों में बीते कुछ दिनों से न्यूनतम तापमान में


लगातार बढ़ोतरी के बीच एक नए पश्चिमी विक्षोभ के चलते बृहस्पतिवार को हल्के बादल छाए रहे।
मौसम विभाग के अनुसार

, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 12 जनवरी को उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और
आसपास के क्षेत्रों में एक प्रेरित परिसंचरण तंत्र बनेगा। इसके असर से राज्य के उत्तर-पश्चिमी और


उत्तरी भागों में 12-13 जनवरी को बादल छाए रहेंगे। हालांकि इस दौरान व्यापक स्तर पर बारिश या
मावठ होने के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं है।


विभाग के अनुसार, 14 जनवरी से राज्य के अधिकतर भागों में एक बार पुनः उत्तरी हवाओं के प्रभाव
से न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की बड़ी गिरावट होने से राज्य में शीतलहर का नया


दौर बीकानेर संभाग से शुरू होगा। जबकि 15 जनवरी से शीतलहर की तीव्रता में बढ़ोतरी होने से


बीकानेर, जयपुर, अजमेर व भरतपुर संभाग के अधिकतर भागों में शीतलहर से तीव्र शीतलहर दर्ज
होने की प्रबल संभावना है।


बीते चौबीस घंटे में राज्य में न्यूनतम तापमान अलवर में 8.8 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 9.1 डिग्री
व संगरिया में 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

शेष जगहों में से ज्यादातर स्थानों पर यह 10
डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया।


कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार दूसरे दिन हिमपात जारी रहा और पूरी घाटी में रात का
तापमान जमाव बिंदु से नीचे चला गया है। सोनमर्ग, गुलमर्ग, पहलगाम और कश्मीर के अन्य ऊंचाई


वाले इलाकों में पिछले 24 घंटे के दौरान हिमपात जारी रहा। उन्होंने कहा कि कश्मीर के मैदानी क्षेत्र
के कई इलाकों में रुक-रुक कर हल्की बारिश हुई।