भ्रूण लिंग जांच 20 हजार में की जाती थी

लोनी, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस प्रशासन के सहयोग से लोनी सीमा से सटे घिटोरा गांव में अवैध रूप से चल रहे एक नर्सिंग होम में भ्रूण लिंग जांच और गर्भपात के अवैध धंधे का भंडाफोड़ किया है।

भ्रूण लिंग जांच 20 हजार में की जाती थी

लोनी, 17 मई ( स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस प्रशासन के सहयोग से लोनी सीमा से
सटे घिटोरा गांव में अवैध रूप से चल रहे एक नर्सिंग होम में भ्रूण लिंग जांच और गर्भपात के अवैध


धंधे का भंडाफोड़ किया है। नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है, जबकि इस धंधे में शामिल
आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है।

डिप्टी सीएमओ डॉ. चरण सिंह ने बताया कि लोनी के पास स्थित घिटोरा गांव के एक प्रधान नर्सिंग
होम में भ्रूण लिंग जांच और गर्भपात किए जाने की सूचना मिल रही थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम


ने लोनी पुलिस और नायब तहसीलदार रति गुप्ता की मौजूदगी में नर्सिंग होम में जांच के लिए
दिल्ली और ग्रेटर नोएडा से कारों में आई महिलाओं को रोककर पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि


शशि नाम की एक महिला को भ्रूण लिंग जांच के लिए 20-20 हजार रुपये दिए है। वह जांच के
साथ-साथ लड़की पाए जाने पर गर्भपात भी कराती है।


डिप्टी सीएमओ ने बताया कि पैसे लेने के बाद गर्भवती महिलाओं को एक-एक कर स्कूटी और बाइक
पर बैठाकर घिटोरा के प्रधान नर्सिंग होम में ले जाया जाता था। वहां एक कार में अल्ट्रासाउंड मशीन


आती थी और महिलाओं के लिंग की जांच कर उनका गर्भपात भी किया जाता था। नर्सिंग होम अवैध
रूप से चल रहा था। टीम के पहुंचने से पहले ही भ्रूण लिंग जांच कर रहे लोग कार में मशीन लेकर


फरार हो गए। जबकि भ्रूण लिंग जांच करना कानूनी अपराध है। डिप्टी सीएमओ चरण सिंह ने नर्सिंग


होम के मालिक तिलकराम तथा इस काम में शामिल कपिल, शेखर, संदीप शर्मा, रेखा, शशि, अकरम


खान और उनके अन्य अज्ञात साथियों के विरुद्ध लोनी थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। जबकि नर्सिंग
होम को सील कर दिया गया है।