कांग्रेस के चिंतन शिविर में हुआ हिंदुत्व पर मंथन

उदयपुर, 15 मई ( कांग्रेस के चिंतन शिविर में हिंदुत्व के मुद्दे पर गहरी चर्चा हुई, जिसमें पार्टी के नेता दो अलग-अलग धुरियों पर खड़े नजर आये।

कांग्रेस के चिंतन शिविर में हुआ हिंदुत्व पर मंथन

उदयपुर, 15 मई (। कांग्रेस के चिंतन शिविर में हिंदुत्व के मुद्दे पर गहरी चर्चा हुई, जिसमें पार्टी के नेता
दो अलग-अलग धुरियों पर खड़े नजर आये।

कांग्रेस के कई सदस्यों खासकर उत्तर प्रदेश के नेताओं ने हिंदुत्व को
लेकर नरम रुख अपनाने की वकालत की और कहा

कि पार्टी को धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेना चाहिये ताकि यह
अलग-थलग न दिखे।

दूसरी तरफ कई वरिष्ठ नेताओं का कहना था कि कांग्रेस को अपनी धर्मनिरपेक्ष छवि के साथ ही जुड़ा रहना चाहिये
और उसे भारतीय जनता पार्टी की राह पर चलकर उसे पीछे करने की कोशिश नहीं करनी चाहिये। उनकी राय में
ऐसा करने से पार्टी को और अधिक नुकसान ही होगा।


छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पार्टी के हिंदुत्व की नरम छवि
के साथ चलने की वकालत की।

उत्तर प्रदेश के आचार्य प्रमोद कृष्णन भी बघेल और कमलनाथ के समर्थक में रहे
और उन्होंने कहा कि पार्टी को हिंदुत्व की नरम छवि अपनाने से घबराना नहीं चाहिये।


कांग्रेस के कुछ नेताओं जैसे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और दक्षिण भारत के नेताओं ने इसका
पुरजोर विरोध किया।

चव्हाण का कहना था कि विचारधारा से संबंधित मुद्दों पर स्पष्टता रहनी चाहिये और कांग्रेस
को भाजपा की नकल नहीं करनी चाहिये।