भक्ति भाव व श्रद्धा के साथ मनाया गया रविदास जयंती का पर्व

चाँदपुर : जनपद बिजनौर के थाना कोतवाली चांदपुर मैं आज संत गुरु रविदास समिति चांदपुर के तत्वधान में रविदास जयंती पर विचार गोष्ठी व भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया

भक्ति भाव व श्रद्धा के साथ मनाया गया रविदास जयंती का पर्व

चाँदपुर : जनपद बिजनौर के थाना कोतवाली चांदपुर मैं आज संत गुरु रविदास समिति चांदपुर के तत्वधान में रविदास जयंती पर विचार गोष्ठी व भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया

, शोभा यात्रा नगर के मोहल्ला सरायरफी से शुरू होकर नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए मोहल्ला पतियापाड़ा में संपन्न हुई। इस

अवसर अमित कुमार लखोईया द्वारा संत रविदास के जीवन पर प्रकाश डालते हुए  उन्होंने बताया कि संत गुरु रविदास जी का जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर स्थित गोवर्धनपुर गांव में 1376 ईस्वी माघ महा की पूर्णिमा तिथि दिन रविवार को हुआ था। इस

कारण इनका नाम रविदास पड़ा संत रविदास के पिता राहू और माता  करमा थी। इनकी पत्नी का नाम लोना बताया जाता हैं। इन्हें , गुरु रविदास, रैदास, रूहिदास और रोहिदास जैसे कई नामों से जाना जाता हैं।


संत रविवास जी बेहद धार्मिक स्वभाव के थे।  वे भक्तिकालीन संत और महान समाज सुधारक थे। संत रविदास जी ने भगवान की भक्ति में समर्पित होने के साथ अपने सामाजिक और पारिवारिक कर्त्तव्यों का भी बखूबी निर्वहन किया। इन्होंने लोगों को बिना

भेदभाव के आपस में प्रेम करने की शिक्षा दी, और इसी तरह से वे भक्ति के मार्ग पर चलकर संत रविदास कहलाए। उनके उपदेशों और शिक्षाओं से आज भी समाज को मार्गदर्शन मिलता है।

संत रविदास की भक्ति भावना और प्रतिभा को देखकर स्वामी रामानंद ने उन्हें अपने शिष्य के रूप में स्वीकार किया था। रविदास जी ने बताया कि निर्मल और शुद्ध मन में ही भगवान का वास होता है

आपके मन में यदि किसी के प्रति दुर्भावना नहीं है तो मन ही आपका मंदिर के समान है संत रविदास जी के अनुसार किसी भी व्यक्ति के ऊंच-नीच का आकलन जाति से नहीं किया

जाना चाहिए व्यक्ति के कर्म ही ऊंच - नीच के विषय में बताते हैं।

इनके विचारों से प्रभावित होकर भगवान कृष्ण की अनन्य भक्त भक्तिमति मीराबाई इनकी शिष्या बनी थी ।संत रविदास और संतकबीर दास आपस में मित्र कहे जाते हैं।

और दोनों ही एक दूसरे के विचारों से काफी प्रभावित थे ।

उन्होंने सदा छुआछूत ऊंच-नीच का विरोध किया तथा दुनिया को सदमार्ग पर चलने की शिक्षा दी इस अवसर पर उन्होंने गुरु

रविदास के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया गया।

वही शोभायात्रा में अखाड़ों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए। शोभायात्रा में प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार राय के निर्देशन व नगर प्रभारी राजीव कुमार शर्मा के नेतृत्व में  पुलिस की चाकचौबंद व्यवस्था रही।